पंचायत सीजन 4 का अंत: फुलेरा का नया प्रधान कौन? सीजन 5 में क्या?

पंचायत सीजन 4 का अंत: फुलेरा का नया प्रधान कौन? सीजन 5 में क्या?
अगर पंचायत सीजन 4 देख लिया है, तो तुम्हारे मन में भी वही सवाल होगा जो यूपी के हर गाँव की चौपाल पर गूंज रहा है – “आखिर फुलेरा का नया प्रधान कौन बना?” और अगर अभी तक नहीं देखा, तो बस इतना जान लो कि फुलेरा गाँव की गलियों में इस बार राजनीति का ऐसा तूफान आया कि सबके होश उड़ गए! Amazon Prime Video पर 24 जून 2025 को रिलीज हुआ पंचायत का चौथा सीजन अपने देसी ठाठ और भावनाओं के साथ फिर से दिल जीतने आया, लेकिन इस बार कहानी में थोड़ा ज्यादा मसाला और ड्रामा है।
हमारे अपने सचिव जी (अभिषेक त्रिपाठी), मंजू देवी, प्रधान जी, और रिंकी की जिंदगी में क्या-क्या बदला, और सीजन 5 में क्या होने वाला है? चलो, गाँव की पगडंडी पर चलते हुए इस कहानी को समझते हैं, जैसे कोई बड़ा भाई छोटे भाई को चौपाल पर बैठकर समझाए।
क्यों खास है पंचायत सीजन 4 का अंत?
पंचायत वो सीरियल है जो यूपी के गाँवों की मिट्टी की सोंधी खुशबू को स्क्रीन पर लाता है। गाँव की छोटी-छोटी बातें – जैसे चौपाल पर गपशप, पंचायत की राजनीति, और पड़ोसियों का प्यार-झगड़ा – सब कुछ इतना असली लगता है कि लगे जैसे हम फुलेरा में ही बैठे हैं। सीजन 4 में इस बार पंचायत चुनाव की जंग ने सबको हिलाकर रख दिया। मंजू देवी और क्रांति देवी की टक्कर ने फुलेरा को दो हिस्सों में बाँट दिया।
इस सीजन का अंत इसलिए खास है क्योंकि ये न सिर्फ़ फुलेरा की सियासत को नया मोड़ देता है, बल्कि अभिषेक और रिंकी की लव स्टोरी को भी नई राह दिखाता है। और हाँ, यूपी के गाँवों में जैसे हर बात में एक सबक छुपा होता है, वैसे ही इस सीजन में भी जिंद Ascending
System: जिंदगी, प्यार, और सियासत का गहरा फलसफा मिलता है।
सीजन 4 का अंत: क्या हुआ फुलेरा में?
स्पॉयलर अलर्ट: अगर तुमने अभी तक सीजन 4 नहीं देखा, तो पहले जाकर देख लो, नहीं तो चौपाल की गपशप का मज़ा किरकिरा हो जाएगा!
मंजू देवी vs क्रांति देवी: प्रधान की कुर्सी की जंग
सीजन 4 की कहानी का दिल था पंचायत चुनाव। मंजू देवी (नीना गुप्ता), जो अब तक फुलेरा की प्रधान थीं, को इस बार क्रांति देवी (सुनीता राजवार) से कड़ी टक्कर मिली। भूषण (दुर्गेश कुमार) और पूर्व विधायक चंद्रकिशोर सिंह ने क्रांति देवी का साथ दिया। दोनों खेमों ने गाँव में जमकर प्रचार किया – पर्चे बाँटे, रैलियाँ निकालीं, और यहाँ तक कि भावनात्मक ड्रामे भी खेले।
अंतिम एपिसोड में नतीजा आया – क्रांति देवी ने 73 वोटों से मंजू देवी को हरा दिया। पंचायत ऑफिस के बाहर मंजू देवी का नाम हटाकर क्रांति देवी का नाम चढ़ गया। प्रधान जी (रघुबीर यादव) का दिल टूट गया, और गुस्से में उन्होंने जीत के लिए मंगवाए 25 किलो लड्डू फेंक दिए। गाँव वालों को “गद्दार” कहते हुए उनकी आँखों में दर्द साफ दिखा।
अभिषेक और रिंकी की लव स्टोरी
दूसरी तरफ, हमारे सचिव जी (जितेंद्र कुमार) ने CAT एग्जाम में 97 परसेंटाइल लाकर सबको चौंका दिया। लेकिन उनकी जिंदगी का असली ट्विस्ट था रिंकी (सान्विका) के साथ प्यार का इजहार। अभिषेक ने रिंकी को मैसेज किया, “I love you,” और रिंकी ने जवाब दिया, “I love you too.” ये पल उन फैंस के लिए था जो सीजन 2 से इस जोड़ी को चीयर कर रहे थे। लेकिन रिंकी को डर है कि अगर अभिषेक MBA के लिए फुलेरा छोड़कर गया, तो उनकी मोहब्बत का क्या होगा?
अभिषेक का भविष्य
अभिषेक ने भले ही CAT पास कर लिया, लेकिन अभी ग्रुप डिस्कशन और इंटरव्यू बाकी हैं। वो अभी 3-4 महीने फुलेरा में ही रहेंगे, लेकिन क्रांति देवी और भूषण के अंडर काम करना उनके लिए आसान नहीं होगा। भूषण ने तंज कसते हुए पूछा कि क्या सचिव जी का नाम भी ऑफिस की दीवार से हटेगा, तो अभिषेक ने कहा, “अभी 3-4 महीने तो रहूँगा ही।” ये जवाब फुलेरा की बदलती सियासत और अभिषेक के अनिश्चित भविष्य की ओर इशारा करता है।
चुनौतियाँ: इस सीजन में क्या खटका?
पंचायत का चौथा सीजन हर किसी को रास नहीं आया। गाँव की सादगी और हल्का-फुलका हास्य, जो इस शो की जान था, इस बार सियासत के भारीपन में कहीं दब गया। कुछ चुनौतियाँ जो फैंस को खटकीं:
- सियासत का ओवरडोज: मंजू देवी और क्रांति देवी की जंग में गाँव की वो मासूमियत गायब हो गई, जो पहले सीजन में दिखती थी। फैंस को वो पुरानी चौपाल की गपशप और छोटी-मोटी समस्याएँ याद आईं।
- कमजोर हास्य: पहले के सीजन में प्रह्लाद चा, विकास, और बनराकास की कॉमेडी दिल जीत लेती थी, लेकिन इस बार ड्रामा ज्यादा रहा, हँसी कम।
- अभिषेक का बैकग्राउंड रोल: सचिव जी इस बार सियासत में ज्यादा उलझे दिखे, और उनकी अपनी कहानी थोड़ी पीछे रह गई।
- मंजू देवी का किरदार: मंजू देवी, जो पहले सीजन में धीरे-धीरे अपनी ताकत दिखा रही थीं, इस बार फिर से पति के साये में दिखीं।
समाधान और सुझाव: फुलेरा की कहानी को और बेहतर कैसे करें?
सीजन 4 में कुछ कमी रह गई, लेकिन सीजन 5 में मेकर्स इसे सुधार सकते हैं। यहाँ कुछ देसी सुझाव:
- पुरानी सादगी लौटाओ: गाँव की छोटी-छोटी समस्याओं और हल्की-फुल्की कॉमेडी को वापस लाओ। जैसे पहले सीजन में कुर्सी चोरी का किस्सा या सोलर लाइट का ड्रामा।
- मंजू देवी को और ताकत दो: मंजू देवी को सिर्फ़ नाम की प्रधान मत रहने दो। उनकी सियासी चालाकी और गाँव के लिए कुछ बड़ा करने की कहानी दिखाओ।
- अभिषेक-रिंकी की कहानी: इनके प्यार को और गहराई दो। गाँव की पृष्ठभूमि में एक सच्ची देसी लव स्टोरी दिखाओ, जैसे यूपी के गाँवों में प्यार छुप-छुपकर पनपता है।
- प्रह्लाद और विकास का रोल बढ़ाओ: इनके किरदारों को और मौका दो। प्रह्लाद की दुखभरी कहानी को नई उम्मीद दे सकते हैं, और विकास की शादीशुदा जिंदगी में थोड़ा मज़ा डालो।
- सियासत को बैलेंस करो: राजनीति को हल्का-फुल्का रखो, ताकि गाँव की आत्मा बरकरार रहे।
रियल-लाइफ स्टोरी: यूपी के गाँवों में पंचायत का असली रंग
यूपी के गाँवों में पंचायत चुनाव कोई नई बात नहीं। हर पाँच साल में चौपाल गरम हो जाती है, और गाँव दो खेमों में बँट जाता है। मेरे अपने गाँव में, बलिया जिले के एक छोटे से गाँव में, 2021 के पंचायत चुनाव में दो चाची आपस में भिड़ गई थीं। एक थीं हमारी पड़ोसन शांति चachi, जो गाँव की सड़क और बिजली के लिए जानी जाती थीं। दूसरी थीं राधा चाची, जिन्होंने गाँव की औरतों को साथ लेकर खूब प्रचार किया। नतीजा? राधा चाची जीत गईं, लेकिन शांति चाची ने हार नहीं मानी। अगले साल वो गाँव की एक कमेटी में शामिल होकर और मेहनत करने लगीं। पंचायत की कहानी देखकर मुझे वो दिन याद आ गए, जब गाँव में लड्डू बाँटे गए थे, और हारने वाले खेमे में सन्नाटा था।
ये सीरियल उसी देसी जिंदगी को दिखाता है – हार-जीत, प्यार-तकरार, और गाँव की वो भावनाएँ जो हर यूपी वाले के दिल में बसती हैं।
FAQs: पंचायत सीजन 4 से जुड़े सवाल-जवाब
1. फुलेरा का नया प्रधान कौन बना?
क्रांति देवी ने मंजू देवी को 73 वोटों से हराकर फुलेरा का प्रधान बनने का तमगा हासिल किया।
2. क्या अभिषेक CAT एग्जाम पास कर लिया?
हाँ, अभिषेक ने 97 परसेंटाइल के साथ CAT पास किया, लेकिन अभी उसे इंटरव्यू और ग्रुप डिस्कशन से गुजरना है।
3. अभिषेक और रिंकी का क्या होगा?
दोनों ने एक-दूसरे से प्यार का इजहार कर लिया है, लेकिन अभिषेक के MBA के लिए गाँव छोड़ने की संभावना से उनकी कहानी अनिश्चित है।
4. सीजन 5 कब आएगा?
एक्ट्रेस सान्विका (रिंकी) ने बताया कि सीजन 5 की स्क्रिप्ट पर काम शुरू हो गया है, और शूटिंग 2025 के अंत या 2026 की शुरुआत में हो सकती है। रिलीज शायद 2026 में होगी।
5. क्या मंजू देवी वापसी करेंगी?
प्रधान जी की हार के बाद भी उनकी जिद और सियासी चालाकी से लगता है कि सीजन 5 में वो वापसी की कोशिश करेंगे।
सीजन 5 में क्या उम्मीदें?
सीजन 5 में फुलेरा की सियासत और गहरा होने वाली है। कुछ सवाल जो फैंस के मन में हैं:
- अभिषेक फुलेरा छोड़ेगा या नहीं? अगर वो MBA के लिए जाता है, तो रिंकी के साथ उसका प्यार कैसे बचेगा?
- मंजू देवी की वापसी? क्या प्रधान जी और मंजू देवी क्रांति देवी को हटाकर फिर से कुर्सी हासिल करेंगे?
- प्रह्लाद का नया रोल? कुछ खबरें हैं कि प्रह्लाद विधायक की सियासत में कदम रख सकते हैं।
- गाँव की सादगी: क्या सीजन 5 में वो पुराना हल्का-फुल्का हास्य और गाँव की मासूमियत वापस आएगी?
पंचायत की कहानी यूपी के गाँवों की तरह है – जहाँ हर हार के बाद नई उम्मीद जागती है, और हर जीत के पीछे नई जंग छुपी होती है।
निष्कर्ष: फुलेरा की कहानी अभी बाकी है!
पंचायत सीजन 4 ने फुलेरा की गलियों में एक नया तूफान ला दिया। क्रांति देवी की जीत और मंजू देवी की हार ने गाँव की सियासत को नया रंग दिया, तो अभिषेक-रिंकी की लव स्टोरी ने दिल को छू लिया। हाँ, इस बार हास्य थोड़ा कम रहा, और सियासत का जोर ज्यादा, लेकिन यही तो गाँव की जिंदगी है – कभी हँसी, कभी आंसू, और कभी चौपाल पर गपशप।
तो भइया, अगर तुम भी फुलेरा की इस कहानी में खो गए हो, तो नीचे कमेंट में बताओ – तुम्हें सीजन 4 कैसा लगा? और सीजन 5 में क्या देखना चाहते हो? Amazon Prime पर पंचायत देखो, और हमारे ब्लॉग को फॉलो करो ताकि फुलेरा की हर खबर तुम तक सबसे पहले पहुँचे!
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